तोरणवाड़ी गांव के नागरिक पानी के लिए संघर्ष जलापूर्ति योजना बंद आरोप है कि प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है चिखलदरा तालुक के गंगारखेड़ा ग्राम पंचायत के अंतर्गत एक गांव तोरणवाड़ी पानी की समस्या के कारण बारिश और खेतों की कीचड़ में पैदल पानी की व्यवस्था करता नजर आता है. हाल ही में चिखलदरा तालुक के पाचडोंगरी और कोयलारी गांवों में डायरिया जैसी बीमारी फैल गई और दूषित पानी पीने से 4 लोगों की मौत हो गई। अब ऐसी ही तस्वीर तोरणवाड़ी से सामने आ रही है जहां नागरिक अपने लिए लड़ रहे हैं और पानी का इंतजाम कर रहे हैं. सरकार प्रशासन नागरिकों को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने का दावा कर रहा है, जिसके लिए जिला परिषद ने करोड़ों रुपये की जलापूर्ति योजना लागू की है. लेकिन आज भी कुछ गांवों में पानी की समस्या की तस्वीर उभर रही है. तोरणवाड़ी में नागरिकों द्वारा उपयोग किया जाने वाला पानी पीने योग्य है या नहीं, इसकी जांच संबंधित विभाग करे. लगातार हो रही बारिश से यहां के पेयजल स्रोतों में दूषित पानी जमा होता दिख रहा है. मेलघाट के दूरदराज के गांवों में आज भी लोगों को दूषित पानी का इस्तेमाल करना पड़ता है। चिखलदरा तालुका के दूरदराज के गांवों में नागरिक दूषित पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसकी एक तस्वीर तोरणवाड़ी गांव से सामने आ रही है.
चिखलदरा- मेलघाट महाराष्ट्र पीने के पानी के लिए कीचड़ से लथपथ